स्पूफिंग ईमेल्स दिखने में भरोसेमंद लगते हैं, पर ये असल में नकली प्रेषकों द्वारा भेजे गए होते हैं।
इनमें शामिल अटैचमेंट्स .pdf, .doc, या .zip फॉर्मेट में हो सकते हैं, जो सिस्टम में मालवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं।
ऐसे ईमेल्स वित्तीय धोखाधड़ी, रैनसमवेयर या डेटा चोरी के इरादे से भेजे जाते हैं।
ये "साइबर बम" उस वक्त फटता है जब यूज़र अनजाने में फाइल खोल लेता है।
सिर्फ एक अटैचमेंट खोलने भर से आपका पूरा सिस्टम हैकर्स के कंट्रोल में जा सकता है।
कुछ अटैचमेंट्स में मैक्रोज या ऑटोमैटिक स्क्रिप्ट्स होती हैं जो एक्टिव होते ही वायरस फैला देती हैं।
ये अटैचमेंट्स खासतौर पर BEC (Business Email Compromise) और spear-phishing में इस्तेमाल होते हैं।
यह हमला अक्सर शांत तरीके से होता है — बिना किसी चेतावनी के।
SPF, DKIM, और DMARC जैसे ईमेल प्रमाणीकरण प्रोटोकॉल जरूरी हैं।
VirusTotal जैसे स्कैनिंग टूल्स से अटैचमेंट खोलने से पहले जांचें।
सैंडबॉक्सिंग तकनीक: संदिग्ध फाइलों को एक अलग वातावरण में खोला जाता है ताकि सिस्टम सुरक्षित रहे।
ईमेल हैडर एनालिसिस और यूज़र ट्रेनिंग अब अनिवार्य सुरक्षा परतें बन गई हैं।
AI और automation अब जालसाजों को प्रोफेशनल दिखने वाले ईमेल बनाने में सक्षम बना चुके हैं।
यूज़र्स को लगातार साइबर hygiene की ट्रेनिंग देना जरूरी है — जैसे संदिग्ध मेल्स की पहचान करना।
सही रणनीति है: तकनीक + मानव सतर्कता = अधिकतम सुरक्षा।
'Zero Trust' ईमेल पॉलिसी अपनाना एक स्मार्ट तरीका है।
DMARC सेटअप “reject” या “quarantine” मोड पर रखें ताकि अनअथेंटिकेटेड मेल्स रोके जा सकें।
ईमेल गेटवे जैसे Proofpoint, Mimecast ऑटोमेटेड स्पूफिंग डिटेक्शन करते हैं।
VirusTotal को इस्तेमाल करना बहुत आसान है: बस मेल फॉरवर्ड करें और रिजल्ट पाएं।
रिपोर्टिंग मैकेनिज्म तैयार करें ताकि यूज़र बिना डर के संदेहास्पद ईमेल्स रिपोर्ट कर सकें।
स्पूफिंग मेल्स अकसर अंदरूनी कर्मचारियों या उच्चाधिकारियों के नाम से आते हैं।
उनमें छिपे अटैचमेंट्स बिना किसी चेतावनी के सिस्टम को संक्रमित कर सकते हैं।
अधिकतर केसों में यूज़र को तब तक कुछ पता नहीं चलता जब तक नुकसान हो नहीं जाता।
स्पूफिंग + अटैचमेंट = डबल थ्रेट।
अब हमले केवल मैनुअल नहीं रहे — AI का इस्तेमाल करके ultra-targeted हमले किए जा रहे हैं।
फर्जी अटैचमेंट्स में AI-generated टेम्प्लेट, logos, और signed documents भी शामिल हो सकते हैं।
AI बनाम AI: अब हमें रक्षा के लिए भी AI-टूल्स अपनाने होंगे।
AI-powered spear phishing अब आपकी भाषा, व्यवहार, और पेशे को भी पहचानता है।
एक बार अटैचमेंट खोला, तो system takeover, surveillance या ransomware attack की शुरुआत हो जाती है।
अब खतरा सिर्फ क्लिक नहीं, बल्कि बहुस्तरीय धोखे का है।
स्पूफिंग मेल से आपकी पहचान चुराई जाती है।
अटैचमेंट्स से आपकी मशीन पर हमला होता है।
यह डबल अटैक मोड है – एक साथ पहचान की चोरी और सिस्टम में घुसपैठ।
प्रमाणीकरण सेटअप करें: SPF, DKIM, DMARC लागू करें।
सैंडबॉक्सिंग और अटैचमेंट स्कैनिंग टूल्स का उपयोग करें।
ईमेल हेडर की जांच करें और ट्रेनिंग नियमित कराएं।
यूज़र्स को empower करें रिपोर्टिंग के लिए।
Executable files (.exe, .bat आदि) को ईमेल में ब्लॉक करें।
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