शुक्रवार को लोग वीकेंड के मूड में रहते हैं, जिससे सतर्कता कम हो जाती है।
स्कैमर्स इस समय का फायदा उठाकर बैंकिंग फ्रॉड, फ़िशिंग और डिजिटल ब्लैकमेल करते हैं।
बचाव: सप्ताहांत से पहले अपने बैंकिंग ऐप्स और अकाउंट एक्टिविटी की जांच करें, अनजान कॉल/लिंक्स से बचें।
जामतारा और मेवात जैसे साइबर क्राइम हॉटस्पॉट शुक्रवार को बड़े ऑपरेशन प्लान करते हैं।
पुलिस, बैंक और तकनीकी टीमें वीकेंड में सुस्त होती हैं।
समाधान: NCRP को इन क्षेत्रों में फ्राइडे वॉच के लिए AI ट्रैकिंग और ह्यूमन इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करना चाहिए।
NCRP को रीयल-टाइम डेटा एनालिसिस से यह ट्रैक करना चाहिए कि शुक्रवार को रिपोर्टिंग कैसे बदलती है।
1930 हेल्पलाइन पर वीकेंड स्टाफिंग बढ़ाई जाए।
बैंक नोडल अधिकारी शुक्रवार-सोमवार एक्टिव रहें।
स्कैमर्स शुक्रवार दोपहर से एक्टिव होते हैं, क्योंकि लोगों का ध्यान हट जाता है।
वीकेंड की छुट्टियाँ, फैमिली गेटवे और ऑनलाइन शॉपिंग का समय स्कैमर्स के लिए मुफीद होता है।
सुझाव: शुक्रवार सुबह अपने डेटा, OTP एक्टिविटी और सभी ऐप्स को चेक करें।
ये एक मनोवैज्ञानिक हमला है—जब यूज़र का ध्यान बँटा होता है, स्कैमर्स फंसाते हैं।
सेक्सटॉर्शन, फेक UPI रिक्वेस्ट और इमरजेंसी कॉल्स जैसे स्कैम्स का पीक टाइम शुक्रवार शाम होता है।
बैंक ट्रांजैक्शन की जांच में वीकेंड तक देरी होती है।
पुलिस रिपोर्टिंग और रेस्पॉन्स सिस्टम वीकेंड में सीमित हो जाते हैं।
उपाय: बैंकों को रियल-टाइम स्कैम सस्पेंशन अल्गोरिद्म लागू करना चाहिए।
शुक्रवार को अधिकतर “डिजिटल गिरफ़्तारी” स्कैम कॉल्स आती हैं क्योंकि यूज़र मानसिक रूप से थक चुके होते हैं।
स्कैमर्स खुद को पुलिस, TRAI, RBI या Amazon Support बताकर डराते हैं।
बचाव: कोई भी कॉल जिसमें धमकी दी जाए—उसे रिकॉर्ड करें और 1930 या NCRP पर रिपोर्ट करें।
NCRP को चाहिए कि शुक्रवार के दिन विशेष तौर पर:
कॉल सेंटर एक्टिव रहें
सोशल मीडिया पर साइबर चेतावनियाँ चलें
बैंक-टेलीकॉम कंपनियों के साथ सामूहिक निगरानी हो
एकीकृत "फ्राइडे अलर्ट प्रोटोकॉल" लागू हो
NCRP डेटा दिखाता है कि शुक्रवार से रविवार तक साइबर फ्रॉड केसों में उछाल आता है।
आम नागरिक, छात्र और सीनियर सिटिज़न विशेष रूप से शिकार बनते हैं।
तैयारी: ब्राउज़र, ऐप्स और बैंक लॉगिन में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू रखें।
“फ्रॉड अलर्ट फ्राइडे” एक जागरूकता अभियान बनना चाहिए जो हर शुक्रवार सुबह चलाया जाए।
SMS, कॉल, और लिंक आधारित स्कैम्स इस दिन ज्यादा एक्टिव रहते हैं।
एक्शन: टेलीकॉम कंपनियाँ और साइबर विभाग हर शुक्रवार सुबह यूज़र्स को एक चेतावनी मैसेज भेजें।
Like on Facebook
Follow on Twitter
Follow on Instagram
Subscribe On YT