साइबर अपराधी अलग-अलग तकनीकों का उपयोग करके आपके डिवाइस, डेटा और पहचान को निशाना बनाते हैं। कुछ सामान्य हमले निम्न हैं:
फिशिंग अटैक: नकली ईमेल या वेबसाइट के जरिए लॉगिन क्रेडेंशियल चुराना।
मैलवेयर: वायरस, ट्रोजन या स्पाइवेयर के रूप में सिस्टम में घुसपैठ करना।
रैनसमवेयर: डेटा लॉक करके फिरौती मांगना।
सोशल इंजीनियरिंग: धोखे से जानकारी निकलवाना।
बचाव:
ईमेल लिंक पर क्लिक करने से पहले URL की जांच करें।
अपडेटेड एंटीवायरस और फायरवॉल का इस्तेमाल करें।
मजबूत पासवर्ड और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन अपनाएं।
नियमित बैकअप लें।
हैकर्स अक्सर निम्न तीन तरीकों से हमला करते हैं:
फिशिंग लिंक और ईमेल:
नकली ऑफर या खतरनाक लिंक भेजकर यूज़र को फंसाना।
ईमेल अटैचमेंट में मैलवेयर छिपाकर भेजना।
सोशल मीडिया फ्रॉड:
फेक प्रोफाइल या फ्रेंड रिक्वेस्ट के जरिए भरोसा जीतकर डाटा चुराना।
फर्जी कॉल्स और मेसेज से बैंक डिटेल्स पूछना।
मैलवेयर और वायरस:
संदिग्ध सॉफ़्टवेयर डाउनलोड कराकर सिस्टम को संक्रमित करना।
USB या लोकल नेटवर्क से वायरस फैलाना।
सतर्कता:
हर लिंक और ऐप को जांचें।
सोशल मीडिया पर निजी जानकारी शेयर न करें।
एंटीवायरस और सिक्योर ब्राउज़र का उपयोग करें।
साइबर घुसपैठ (Intrusion) का मतलब है – आपकी जानकारी के बिना आपके सिस्टम या नेटवर्क में किसी का प्रवेश करना। इसके तरीके हैं:
Brute Force Attack: बार-बार पासवर्ड ट्राय करना।
Keylogging: कीबोर्ड से टाइप की गई जानकारी रिकॉर्ड करना।
Exploit Attacks: सिस्टम की कमजोरियों का फायदा उठाना।
सुरक्षा उपाय:
पासवर्ड में अपरकेस, स्पेशल कैरेक्टर और नंबर का उपयोग करें।
अनजान यूएसबी या डिवाइस सिस्टम में न लगाएं।
सभी डिवाइस और ऐप्स को समय-समय पर अपडेट करें।
नेटवर्क फायरवॉल और सिक्योर राउटर सेटिंग्स रखें।
ऑनलाइन ठग कई बार लालच, डर या जल्दी विश्वास जीतकर आपको जाल में फँसाते हैं:
फर्जी नौकरी और इनाम: वर्क-फ्रॉम-होम या इनाम जितने का झांसा।
फेक वेबसाइट और QR कोड: असली साइट जैसा दिखाकर पैसा चुराना।
OTP और UPI फ्रॉड: खुद को बैंक अधिकारी बताकर डिटेल्स निकलवाना।
कैसे बचें:
किसी अनजान व्यक्ति से UPI पेमेंट न करें।
बैंक कभी भी OTP या पासवर्ड नहीं मांगता – याद रखें।
ऑफर या इनाम के लालच में लिंक पर क्लिक न करें।
साइबर अटैक कई तरीकों से किए जा सकते हैं:
DNS Spoofing: असली वेबसाइट की जगह फर्जी साइट पर ले जाना।
Man-in-the-Middle Attack: दो पक्षों के बीच में बैठकर डाटा चुराना।
Zero-Day Exploit: किसी नए, अनजाने बग का तुरंत फायदा उठाना।
Wi-Fi Hacking: ओपन या असुरक्षित नेटवर्क के जरिए डेटा एक्सेस करना।
सुरक्षा के उपाय:
कभी भी पब्लिक Wi-Fi से लॉगिन या ट्रांजैक्शन न करें।
वेबसाइट URL में "https://" जरूर देखें।
सभी सॉफ्टवेयर का लेटेस्ट वर्जन इस्तेमाल करें।
UPI, नेटबैंकिंग और ईमेल के लिए अलग-अलग पासवर्ड रखें।
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