जैसे सेना की पहली पंक्ति दुश्मन से सीधी टक्कर लेती है, वैसे ही CISO साइबर खतरों से शहर की डिजिटल सुरक्षा का नेतृत्व करते हैं।
नगर पालिकाएं, स्मार्ट सिटी मिशन और शहरी योजनाएं अब डिजिटल हो रही हैं, जिनकी सुरक्षा के लिए एक समर्पित अधिकारी की जरूरत है।
बाहरी सलाहकारों पर निर्भरता घटाने और तत्काल निर्णय लेने में सक्षम होने के लिए CISO का होना ज़रूरी है।
CISO की नियुक्ति प्रशासनिक आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
वह केवल साइबर सुरक्षा नहीं, बल्कि पूरे इकोसिस्टम का डिजिटली संरक्षित संचालन सुनिश्चित करते हैं।
आंतरिक टीमों को प्रशिक्षण, प्रक्रिया-आधारित सुरक्षा नीति और नियंत्रण लाकर स्थायित्व प्रदान करते हैं।
साइबर हमले तेज़, घातक और लगातार हो रहे हैं – बाहरी एजेंसियों पर देर से प्रतिक्रिया का खतरा।
आउटसोर्सिंग से डेटा गोपनीयता भी खतरे में पड़ सकती है; एक इन-हाउस CISO इसे रोक सकता है।
निर्णय लेने की शक्ति प्रशासन के भीतर रहने से जवाबदेही और कार्यक्षमता दोनों बढ़ती है।
हर शहर के पास नागरिकों का संवेदनशील डेटा (आधार, स्वास्थ्य, कर रिकॉर्ड आदि) होता है – उसकी सुरक्षा अनिवार्य है।
CISO ऐसे डेटा के लिए सुरक्षा नीतियों का खाका बनाते हैं।
वह डाटा एन्क्रिप्शन, रियल टाइम अलर्ट और रिस्पॉन्स सिस्टम के जरिए रिस्क को कम करते हैं।
स्मार्ट सिटी, ट्रैफिक मैनेजमेंट, पानी-बिजली सेवाएं सब कुछ डिजिटल पर निर्भर हो गया है।
CISO इन सभी डिजिटल प्रणालियों की साइबर सुरक्षा को प्राथमिकता से देखते हैं।
वह खतरों की पहचान और तत्काल समाधान में सबसे आगे होते हैं।
CISO केवल जोखिम का विश्लेषण नहीं करते, बल्कि निरंतर मॉनिटरिंग, इमरजेंसी प्लानिंग और पेनिट्रेशन टेस्टिंग की जिम्मेदारी लेते हैं।
सभी विभागों में एकरूप साइबर हाइजीन नीति लागू करवाते हैं।
वे आईटी, पुलिस, CERT और नागरिकों के बीच पुल का काम करते हैं।
अब समय आ गया है कि साइबर सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए, जैसे ट्रैफिक या स्वास्थ्य को दी जाती है।
तकनीकी बदलावों और साइबर खतरों की गति को देखते हुए एक प्रोफेशनल CISO का होना अनिवार्य हो गया है।
यह सिर्फ तैयारी नहीं, बल्कि रणनीतिक मजबूती का प्रतीक है।
एक प्रशिक्षित CISO साइबर हमलों के पहले संकेत पर पहचान कर सकते हैं।
उनका नेतृत्व इमरजेंसी रेस्पॉन्स, बैकअप, डेटा रिकवरी को कुशल बनाता है।
वे रैनसमवेयर, फिशिंग, DDoS जैसे हमलों से समय रहते निपट सकते हैं।
CISO केवल एक पोस्ट नहीं, बल्कि एक रणनीतिक जिम्मेदारी है जो पूरे शहर को साइबर रूप से सक्षम बनाता है।
यह पद नगरनिगमों और राज्य सरकारों में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का मुख्य स्तंभ बन सकता है।
CISO लोकल प्रशासन की साइबर रीढ़ बनकर खड़े होते हैं।
नागरिकों का विश्वास तभी बना रहेगा जब उनकी जानकारी सुरक्षित हो – और यह जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की है।
CISO वह अधिकारी हैं जो नागरिक डेटा को सुरक्षा की सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं।
वह कानूनी अनुपालन (IT Act, CERT Guidelines) सुनिश्चित करके शहर को जिम्मेदार डिजिटल इकाई बनाते हैं।
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