आपका CVV नंबर ऑनलाइन ठगों की सबसे बड़ी कमजोरी बन सकता है।
अगर किसी को आपके कार्ड का नंबर, नाम और एक्सपायरी डेट मिल भी जाए – लेकिन CVV नहीं मिला, तो वो आपके पैसों तक नहीं पहुंच सकता। CVV छुपाकर रखें और साइबर ठगी को नो एंट्री दें!
तीन अंक, लेकिन पूरे खाते की चाबी!
CVV नंबर को छिपाकर आप ऑनलाइन फ्रॉड के सबसे आम तरीकों से बच सकते हैं। इससे Unauthorised ट्रांज़ैक्शन की संभावना लगभग खत्म हो जाती है। इसे हल्के में न लें – यही सुरक्षा की पहली दीवार है।
छोटा स्टेप, बड़ी सुरक्षा!
CVV नंबर को कार्ड से मिटा दें या टेप से ढक दें और नंबर को कहीं सुरक्षित स्थान पर लिख लें। इससे कार्ड स्किमिंग और कैमरा क्लोनिंग से बचाव होता है – क्योंकि CVV नहीं दिखेगा, तो इस्तेमाल नहीं हो सकेगा।
जैसे ATM PIN छुपाते हैं, वैसे ही CVV भी छुपाएं।
कई ठग फोटो खींचकर या POS मशीनों से कार्ड क्लोन करते हैं – अगर CVV नहीं दिखेगा, तो ऑनलाइन ठगी मुमकिन नहीं होगी। यह आपकी डिजिटल जिम्मेदारी है।
जिसने CVV चुरा लिया, उसने आपके पैसे चुरा लिए!
CVV एक वर्चुअल सुरक्षा लॉक है – और अगर ये लीक हो गया, तो आपकी सारी फाइनेंशियल जानकारी खतरे में है। इसे बचाकर रखना, मतलब अपनी कमाई को बचाना है।
Hackers का सबसे आसान निशाना – दिखता हुआ CVV!
अपने कार्ड को Hack-Proof बनाना चाहते हैं? पहला कदम – CVV को छुपाइए। कार्ड हाथ में हो सकता है, लेकिन CVV आँखों से ओझल रहेगा, तो चोरी असंभव है।
स्मार्ट लोग CVV कार्ड पर नहीं छोड़ते – वो उसे याद रखते हैं।
CVV को याद करके या कहीं सुरक्षित लिखकर, कार्ड से हटा देना एक प्रोफेशनल और समझदार यूज़र की पहचान है। ये आदत न सिर्फ आपकी बल्कि आपके बैंक खाते की भी सुरक्षा करती है।
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