अगर मेरे साथ फाइनेंशियल फ्रॉड हो गया है तो मुझे सबसे पहले क्या करना चाहिए

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अगर मेरे साथ फाइनेंशियल फ्रॉड हो गया है तो मुझे सबसे पहले क्या करना चाहिए

वित्तीय धोखाधड़ी की रिपोर्टिंग का गोल्डन रूल क्या है?

 जैसे ही आपको लगे कि आपके साथ ठगी हुई है, 4 घंटे के भीतर 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट दर्ज करें। समय पर की गई शिकायत से धन को रोका जा सकता है।


2. धोखाधड़ी का शिकार हुए? तुरंत उठाएं कौन से 5 कदम?

  1. 1930 पर कॉल करें

  2. बैंक को तुरंत सूचित करें

  3. ट्रांजैक्शन और कॉल की जानकारी संभालें

  4. www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें

  5. FIR कॉपी सेव रखें


3. साइबर ठगी की शिकायत कैसे करें?

 आप 1930 पर कॉल कर सकते हैं या निकटतम पुलिस स्टेशन जाकर रिपोर्ट दर्ज करवा सकते हैं। ऑनलाइन शिकायत के लिए www.cyberpolice.nic.in या www.cybercrime.gov.in का उपयोग करें।


4. 1930 पर कॉल क्यों जरूरी है?

 1930 एक राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन है जो रियल टाइम में बैंक और पुलिस से संपर्क करके लेन-देन को रोकने की प्रक्रिया शुरू कर सकती है।


5. पैसों की सुरक्षा के लिए क्या-क्या रिपोर्ट करना जरूरी है?

 

  • ट्रांजैक्शन की पूरी जानकारी

  • संबंधित बैंक खाता नंबर

  • OTP या मैसेज रिकॉर्ड

  • फ्रॉड कॉल या चैट स्क्रीनशॉट
    इन सबको रिपोर्ट में शामिल करें।


6. अगर बैंक में फर्जी लेन-देन दिखे तो क्या करें?

 तुरंत बैंक की कस्टमर केयर पर कॉल करें, कार्ड/खाते को ब्लॉक करवाएं और लिखित शिकायत दें। साथ ही साइबर पोर्टल पर भी रिपोर्ट करें।


7. रिपोर्ट करने में देरी होने से क्या नुकसान हो सकता है?

 अगर रिपोर्ट में देरी होती है तो साइबर टीम को ट्रांजैक्शन ट्रेस करने और पैसे रोकने में मुश्किल आती है। इससे राशि वापस पाने की संभावना कम हो जाती है।


8. क्या पुलिस स्टेशन में शिकायत करना जरूरी है?

हाँ, यह एक वैध तरीका है। पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट कराने से आपको FIR की कॉपी मिल सकती है, जो आगे बैंकिंग/कानूनी कार्रवाई में मदद करती है।


9. क्या धोखाधड़ी की गई राशि वापस मिल सकती है?

 यदि आप सही समय पर रिपोर्ट करें और बैंक/पुलिस की मदद से ट्रांजैक्शन को ट्रेस किया जा सके, तो राशि रिकवर की जा सकती है। हालांकि सफलता का प्रतिशत केस-दर-केस भिन्न होता है।


10. पैसे की ठगी से बचाव के लिए कौन-सी सावधानियाँ रखें?

  • अनजान लिंक पर क्लिक न करें

  • बैंक की जानकारी किसी को न दें

  • UPI PIN/OTP किसी से साझा न करें

  • साइबर सुरक्षा ऐप्स या अलर्ट ऑन रखें