आज के समय में सोशल मीडिया हमारी दिनचर्या का एक अहम हिस्सा बन चुका है। हम Facebook, Instagram, WhatsApp, X (Twitter) जैसे प्लेटफॉर्म्स पर न केवल अपने विचार, तस्वीरें और अनुभव साझा करते हैं, बल्कि कई बार अपनी निजी जानकारियाँ भी दूसरों के साथ बाँटते हैं। परंतु इसी डिजिटल खुलेपन के कारण हम फर्जी प्रोफाइल, अकाउंट हैकिंग, और पहचान की चोरी जैसे खतरों के प्रति भी संवेदनशील हो जाते हैं।
अब सवाल है — कैसे बचा जाए इन डिजिटल खतरों से?
आइए समझते हैं एक-एक करके, क्या खतरे हैं, और उनसे बचने के लिए क्या ज़रूरी कदम उठाए जाने चाहिए।
जब कोई व्यक्ति आपकी तस्वीर, नाम या जानकारी का उपयोग कर एक नकली अकाउंट बनाता है, तो वह फर्जी प्रोफाइल कहलाती है। इसका उद्देश्य लोगों को धोखा देना, आपकी छवि को नुकसान पहुँचाना, या दूसरों से गलत तरीके से जानकारी या पैसे ऐंठना हो सकता है।
अपनी प्रोफाइल की गोपनीयता (Privacy) सेटिंग्स को मजबूत रखें।
जैसे कि केवल मित्रों को ही आपकी पोस्ट, फोटो और व्यक्तिगत जानकारी देखने की अनुमति दें।
Profile Lock या Guard फीचर का उपयोग करें।
जिससे कोई आपकी प्रोफाइल फोटो डाउनलोड न कर सके।
नियमित रूप से अपने नाम से सर्च करें।
यह देखने के लिए कि कहीं आपकी पहचान का दुरुपयोग तो नहीं हो रहा।
किसी भी फर्जी अकाउंट को तुरंत रिपोर्ट करें।
अपने जानकारों को भी सतर्क करें कि वे ऐसे अकाउंट से सावधान रहें।
फिशिंग ईमेल या मैसेज, जिनमें खतरनाक लिंक होते हैं।
कमजोर या दोहराया गया पासवर्ड।
बिना सुरक्षा के पब्लिक Wi-Fi का इस्तेमाल।
मोबाइल या कंप्यूटर में मालवेयर का प्रवेश।
मजबूत पासवर्ड बनाएं।
जैसे: अक्षरों (बड़े और छोटे), अंकों और विशेष चिन्हों का मिश्रण हो।
उदाहरण: Ra@2025!Sec
Two-Factor Authentication (2FA) का उपयोग करें।
जिससे आपके अकाउंट में लॉगिन के लिए एक अतिरिक्त सुरक्षा कोड आवश्यक हो जाता है।
फिशिंग लिंक से बचें।
अनजान ईमेल, SMS या DMs में आए लिंक पर क्लिक न करें।
पब्लिक Wi-Fi का उपयोग सतर्कता से करें।
और अगर करना हो, तो VPN जैसे सुरक्षित विकल्प अपनाएं।
अपने डिवाइस में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर रखें और नियमित स्कैन करते रहें।
यदि किसी ने आपकी पहचान की नकल कर फर्जी अकाउंट बनाया है, तो सबसे पहले उस प्रोफ़ाइल को रिपोर्ट करें।
अपने मित्रों और फॉलोअर्स को सूचित करें कि वह अकाउंट फर्जी है।
अपनी प्रोफ़ाइल की जानकारी सीमित करें — जैसे कि जन्मतिथि, स्कूल का नाम, ईमेल आदि।
यदि किसी ने आपके नाम से किसी को संदेश भेजकर ठगी की कोशिश की हो, तो उसका स्क्रीनशॉट सुरक्षित रखें और जरूरत पड़ने पर स्थानीय साइबर अपराध शाखा को शिकायत दर्ज कराएं।
कभी भी अपने पर्सनल डॉक्यूमेंट्स सोशल मीडिया पर शेयर न करें।
जैसे: आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस इत्यादि।
सोशल मीडिया पर 'About' सेक्शन में कम से कम जानकारी भरें।
जैसे कि पूरा पता, मोबाइल नंबर आदि।
नकली ऑनलाइन प्रतियोगिताओं और क्विज़ से बचें।
ये अक्सर आपकी निजी जानकारी एकत्र करने के लिए बनाए जाते हैं।
तुरंत पासवर्ड बदलें।
लॉगिन हिस्ट्री चेक करें — अगर कोई अंजान डिवाइस से लॉगिन हुआ हो, तो उसे हटाएँ।
अपने दोस्तों को सूचित करें कि कोई आपके अकाउंट का दुरुपयोग कर रहा है।
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म की हेल्प या सपोर्ट सेवा से संपर्क करें और अपना अकाउंट रिकवर करें।
हर अकाउंट पर यूनिक और मजबूत पासवर्ड रखें।
हर जगह टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू रखें।
सोशल मीडिया ऐप्स को हमेशा अपडेट रखें।
बच्चों और बुजुर्गों को भी साइबर सेफ्टी के बारे में जागरूक करें।
समय-समय पर सोशल मीडिया क्लीनअप करें — अनजान या संदिग्ध अकाउंट्स को हटाएं।
सोशल मीडिया मनोरंजन, सीखने और जुड़ाव का एक सशक्त माध्यम है, लेकिन यह तभी सुरक्षित रहेगा जब हम खुद सजग रहेंगे। हमारी डिजिटल पहचान, ठीक उसी तरह कीमती है जैसे हमारी असली पहचान। इसे बचाने के लिए जरूरी है कि हम जानकारी रखें, सतर्क रहें और समय रहते कार्रवाई करें।
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